विश्व संसद में दो सदन
- विश्व संसद की निम्न सदन जो सीधे जनता द्वारा चुनी जावे
- विश्व संसद की उच्च सदन जिसमें प्रत्येक राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्ष सदस्य हों। इनकी संख्या लगभग 193 होगी।
विश्व सरकार के गठन के लिये सबसे बड़ी पार्टी (चुनाव जीते हुए अधिकतम सांसद के आधार पर) को आमंत्रित किया जावें। सरकार बनाने के लिये 50% सांसद होना आवश्यक न रहे क्यों कि यह खीचतान एवं भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा देती हैं। सबसे ज्यादा मत पाने वाला विश्व-सांसद हो तथा सबसे बड़ी पार्टी सरकार बनाये। संसद का कार्यकाल 10 वर्ष रखा जाएँ।
विश्व संसद में वीटो पावर का कोई प्रावधान नहीं होगा।
विश्व दल
विश्व संसद के प्रतिनिधित्व भी अपने प्रांतीय और राष्ट्रीय चुनावों में भाग लेंगे।
दुनिया बहुत बड़ी है हजारों साल पहले लोग पैदल चलने के लिए या गाड़ियां चलाने के लिए घोड़े, हाथी जैसे जानवरों की सहायता करते थे। वहां कई छोटे और बड़े राज्य थे, जिनके शासकों ने स्वयं के बीच लड़ाई करके उनकी संपत्ति और समृद्धि का विस्तार करने के लिए उत्सुक थे। ऐसे युद्धों में केवल उन लोगों को मार डाला जिन्होंने सीधे लड़ाई में भाग लिया। सामूहिक विनाश के हथियारों की उपलब्धता के साथ गुस्सा जैसे प्राकृतिक वृत्ति ने राष्ट्रों के लिए एक दूसरे को या पूरी दुनिया को नष्ट करने के लिए संभव बना दिया है अगर हम दुनिया के किसी नुकीले और कोने में किसी के साथ सेकंड के भीतर संवाद कर सकते हैं, तो हम राष्ट्रों के बीच न युद्ध के नए विश्व व्यवस्था पर क्यों नहीं सोचते?